Zomato Food Rescue Policy: भारत की प्रतिष्ठित फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के सीईओ दीपेंद्र गोयल ने खाने की बर्बादी को देखते हुए जोमैटो पर एक नया फीचर शुरू किया है जिसे Zomato Food Rescue Policy नाम दिया गया है । दीपेंद्र गोयल के अनुसार जब कोई ग्राहक अपने ऑर्डर को कैंसिल करता है, तो अधिकांश मामलों में वह सारा खाना बर्बाद हो जाता है। इसलिए बर्बादी को रोकने के लिए उन्होंने यह नई सेवा चालू की है । दीपेंद्र गोयल ने ट्वीट कर के यह बताया है कि करीब 1 महीने में चार लाख फ़ूड आर्डर कैंसिल होते हैं, जिससे अधिक मात्रा में खाना बर्बाद हो जाता है । जोमैटो की स्ट्रिक्ट नो रिफंड पॉलिसी के बावजूद भी कई कारणों से खाना कैंसिल होता है और बर्बाद होता है।
आधे दाम में मिलेगा खाना
अब जोमैटो के नए फीचर Food Rescue Policy के साथ ग्राहकों को यह नया फीचर मिलेगा कि जब भी कोई ग्राहक खाने को कैंसिल करता है तो 3 किलोमीटर के रेडियस में सभी ग्राहकों को होम स्क्रीन पर रेस्क्यू आइटम में यह खाना बहुत ही कम कीमत पर अवेलेबल दिखाएगा। जिसे वह फिर से आर्डर करके इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे खाने की बर्बादी भी कम होगी और ग्राहकों को बहुत ही कम कीमत या यूँ कहिए कि आधे कीमत पर अच्छा खाना मिल जाएगा।
रेस्टुरेंट को होगा फायदा और रुकेगी खाने की बर्बादी
हालांकि दीपेंद्र गोयल ने यह भी कहा है कि टेंपरेचर सेंसिटिव आइटम जैसे आइसक्रीम, स्मूथ इन सबको रेस्क्यू आइटम में शामिल नहीं किया जाएगा , क्योंकि यह जल्दी खराब हो जाते हैं और उसका टेस्ट खराब हो जाता है। गोयल के अनुसार रेस्टोरेंट्स को इस आर्डर बदले पैसे मिलेंगे। वही डिलीवरी पार्टनर को भी इनिशियल पिकअप और डिलीवरी के लिए पूरे पैसे दिए जाएंगे।